Thursday 27 September 2018

संज्ञा शब्दों के विकारी शब्द (Transformation of Noun)

     हमारे पिछले पोस्ट में हमने आपको बताया कि संज्ञा विकारी शब्द हैं | अब हम आपको यहाँ बताने जा रहे हैं कि संज्ञा शब्दों में किन-किन कारणों से विकार (परिवर्तन) उत्पन्न होता है | संज्ञा शब्दों में विकार उत्पन्न करने वाले तीन तत्व हैं - लिंग, वचन और कारक | अब हम आपको इन तीनों तत्वों के विषय में विस्तार से बतायेंगे | इस पोस्ट में आप लिंग के विषय में पढ़ेंगे | 

लिंग

     परिभाषा : भाषा में शब्दों के जिस रूप से स्त्री अथवा पुरुष जाति का बोध होता है, उसे लिंग कहा जाता है | ये लिंग दो प्रकार के होते हैं - (क) पुल्लिंग, (ख) स्त्रीलिंग
     (क) पुल्लिंग : जिन शब्दों से पुरुष जाति का ज्ञान होता है, उन्हें पुल्लिंग कहा जाता है; जैसे - मोहन, बैल, गधा, कुत्ता आदि |
     (ख) स्त्रीलिंग : जिन शब्दों से स्त्री जाति का ज्ञान होता है, उन्हें स्त्रीलिंग कहा जाता है; जैसे - राधिका, गाय, गधी, आदि |

     लिंगों की पहचान : प्राणीवाचक शब्दों में तो प्रायः उनके लिंग का पता चल जाता है कि ये पुल्लिंग हैं अथवा स्त्रीलिंग, किन्तु प्राणहीन वस्तुओं को बताने वाले शब्दों के विषय में लिंग का निर्धारण करना कभी-कभी बड़ा कठिन होता है | हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिससे आपको निर्जीव वस्तुओं के लिंग निर्धारण में कोई परेशानी नहीं होगी | पहले हम उन शब्दों के विषय में बता रहे हैं, जो सदैव पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग ही होते हैं |

कुछ संज्ञाएं सदैव पुल्लिंग होती हैं
  1. निम्नलिखित प्राणीवाचक संज्ञाएं सदैव पुल्लिंग होती हैं - कौवा, पक्षी, भालू, भेड़िया, चीता, मच्छर, खटमल, खरगोश आदि |
    विशेष : इनके स्त्रीलिंग बनाने के लिए इनसे पहले 'मादा' शब्द लिखते हैं |
  2. ये समूहवाचक शब्द सदैव पुल्लिंग होते हैं - वर्ग, झुण्ड, समूह, दल, समाज, मण्डल, लोग आदि |
  3. सभी हिन्दी महीनों, कुछ अंग्रेजी महीनों तथा दिनों के नाम सदैव पुल्लिंग में होते हैं - आषाढ़, चैत्र, फाल्गुन, श्रावण, मार्च, अगस्त, सितम्बर, सोमवार, मंगलवार आदि |
  4. लगभग सभी वृक्षों और फलों के नाम भी सदैव पुल्लिंग में होते हैं - शीशम, साल, सागौन, आम, पपीता, केला, आड़ू, अमरुद, सेब, नींबू, संतरा आदि |
    विशेष : लीची, खुवानी, नाशपाती आदि फल इसके अपवाद हैं |
  5. देशों और नगरों के नाम प्रायः पुल्लिंग में होते हैं - भारत, श्रीलंका, अमेरिका, दिल्ली, मास्को, कोलकाता, शंघाई, चेन्नई आदि |
  6. प्रायः धातुओं के नाम पुल्लिंग हुआ करते हैं - लोहा, ताँबा, सोना, निकिल, सीसा आदि |
    विशेष : चाँदी आदि धातुएं इसका अपवाद है |
  7. अधिकांश फूलों के नाम पुल्लिंग होते हैं - गुलाब, गेंदा, कमल, गुड़हल आदि |
    विशेष : चमेली तथा नरगिस आदि इसके अपवाद हैं |
  8. भद्दी, बेडौल, बड़ी, भारी वस्तुओं के नाम प्रायः पुल्लिंग होते हैं - गट्ठा, जूता, पहाड़, पतीला, लोटा, रस्सा, गट्ठर आदि |
  9. अनाजों के नाम पुल्लिंग होते हैं - चना, जौ, गेहूँ, चावल, ज्वार, बाजरा आदि |
  10. रत्नों के नाम पुल्लिंग में होते हैं - पन्ना, नीलम, हीरा, मोती आदि |
    विशेष : मणि आदि इसके अपवाद हैं |
  11. पर्वतों के नाम प्रायः पुल्लिंग होते हैं - नीलगिरि, हिमालय, सतपुड़ा, विंध्याचल, रॉकी, आल्पस, हिन्दुकुश आदि |
  12. द्रवों के नाम प्रायः पुल्लिंग होते हैं - जल, अमृत, सोम रस, तेल, घी, दूध, शरबत आदि |
  13. हिन्दी वर्णमाला के समस्त वर्ण पुल्लिंग होते हैं - अ, आ, इ, क, घ, प, ल, श, ह आदि |
  14. ग्रह और नक्षत्रों के नाम पुल्लिंग में होते हैं - सूर्य, तारे, चन्द्रमा, बुध, शुक्र आदि |
कुछ संज्ञाएं सदैव स्त्रीलिंग होती हैं
  1. निम्नलिखित प्राणीवाचक संज्ञाएं सदैव स्त्रीलिंग होती हैं - कोयल, मक्खी, जोंक, तितली, मैना, बत्तख, मछली आदि |
    विशेष : इन प्राणियों के पुल्लिंग शब्द बनाने के लिए इन शब्द से पहले 'नर' शब्द जोड़ा जाता है; जैसे - नर कोयल आदि |
  2. ये समूहवाचक शब्द सदैव स्त्रीलिंग में होते हैं - सभा, सेना, कमेटी, समिति, भीड़, श्रेणी, कक्षा, पंचायत, चौपाल आदि |
  3. कुछ अंग्रेजी महीनों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं - जनवरी, फरवरी, जुलाई, मई |
    विशेष :  इनका प्रयोग पुल्लिंग में भी किया जाता है |
  4. हिन्दी तिथियाँ सदैव स्त्रीलिंग के अंतर्गत आती हैं - प्रथमा, षष्ठी, अष्टमी, पूर्णिमा, अमावस्या आदि |
  5. सभी भाषाओं, लिपियों तथा पुस्तकों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं - हिन्दी, तमिल, संस्कृत, देवनागरी, ब्राह्मी, गुरुमुखी, गीता, रामायण, कुरान, बाइबिल, महाभारत, चीनी आदि |
  6. आहारों के नाम प्रायः स्त्रीलिंग में होते हैं - रोटी, चीनी, चाय, पूड़ी, सब्जी, बर्फी, जलेबी आदि |
    विशेष : पापड़, हलुआ, अचार, रायता आदि इसके अपवाद हैं |
  7. सभी नदियों तथा झीलों के नाम स्त्रीलिंग में होते हैं - गंगा, यमुना, ह्वांगहो, नील, मिसीसिपी, कावेरी, साम्भर, चिलका, नैनी आदि |
  8. तिलहनी तथा दलहनी फसलों के नाम प्रायः स्त्रीलिंग में होते हैं - सूरजमुखी, सरसों, मूँग, मसूर, अरहर, उड़द आदि |
  9. कोमल, सुन्दर और छोटी वस्तुओं के नाम प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं - रस्सी, जूती, पहाड़ी, लुटिया, पतीली, गड्डी आदि |
  10. प्रायः ईकारान्त शब्द स्त्रीलिंग होते हैं - स्त्री, गोभी, रसीली, मोरनी, शेरनी, कॉपी, कड़वी, पत्नी, रानी आदि |
लिंग परिवर्तन के कुछ नियम :
     पुल्लिंग शब्दों से स्त्रीलिंग बनाने के कुछ नियमों को यहाँ दिया जा रहा है, उन्हें ध्यान से देखिये |
  1. जिन शब्दों के अंत में 'अ' आता है, उन्हें अकारान्त कहा जाता है | कुछ अकारान्त पुल्लिंग शब्दों के स्त्रीलिंग बनाने के लिए अन्त के 'अ' को 'आ' कर देते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    सुत
    सुता
    अग्रज
    अग्रजा
    अनुज
    अनुजा
    पात्र
    पात्रा
    प्रिय
    प्रिया
    वृद्ध
    वृद्धा
    प्राचार्य
    प्राचार्या
    गोप
    गोपा
    अज
    अजा
    तनय
    तनया

  2. कुछ अकारान्त तथा आकारान्त पुल्लिंग शब्दों के अन्तिम 'अ' तथा 'आ' को 'ई' में परिवर्तित करके हम स्त्रीलिंग बनाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    नर
    नारी
    कुम्हार
    कुम्हारी
    देव
    देवी
    पुत्र
    पुत्री
    तरुण
    तरुणी
    जाला
    जाली
    चाचा
    चाची
    नाला
    नाली
    दास
    दासी
     काला
    काली

  3. कुछ पुल्लिंग शब्दों के अन्त में आने वाले 'अ', 'आ' तथा 'ई' को हटाकर उसके स्थान पर 'इन' जोड़ देने पर स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    धोबी
    धोबिन
    माली
    मालिन
    पुजारी
    पुजारिन
    लुहार
    लुहारिन
    बाघ
    बाघिन
    जमादार
    जमादारिन
    नाई
    नाइन
    सुनार
    सुनारिन
    दर्जी
    दर्जिन



  4. कुछ पुल्लिंग शब्दों के अन्त में आने वाले 'अक' के स्थान पर 'इका' कर देने से स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    लेखक
    लेखिका
    पाठक
    पाठिका
    नायक
    नायिका
    नृतक
    नृतिका
    गायक
    गायिका
    अध्यापक
    अध्यापिका
    सेवक 
    सेविका
    बालक
    बालिका
    आराधक
    आराधिका
    बोधक
    बोधिका

  5. कुछ अकारान्त पुल्लिंग शब्दों के अन्त में 'आनी' लगाने से स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    रूद्र
    रूद्राणी
    नौकर
    नौकरानी
    राजपूत
    राजपूतानी
    जेठ
    जेठानी
    सेठ
    सेठानी
    मेहतर
    मेहतरानी
    देवर
    देवरानी
    मुसलमान
    मुसलमानी

  6. कुछ पुल्लिंग शब्दों में 'नी' जोड़ देने से स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    चोर
    चोरनी
    राग
    रागनी
    शेर
    शेरनी
    ऊँट
    ऊंटनी
    मोर
    मोरनी
    जाट
    जाटनी
    दूत
    दूतनी
    सार
    सारनी

  7. कुछ अकारान्त पुल्लिंग शब्दों के अन्त में 'आ' के स्थान पर 'इया' लगा देने से स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं | यहाँ यह बात ध्यान देने योग्य है कि यदि अन्तिम वर्ण द्वित्व है तो हलन्त (आधा) वर्ण समाप्त हो जाता है; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    लोटा
    लुटिया
    कुत्ता
    कुतिया
    बुढ्ढा
    बुढ़िया
    गुड्डा
    गुड़िया
    डिब्बा
    डिबिया
    पट्ठा
    पठिया
    मुन्ना
    मुनिया
    बेटा
    बिटिया
    पट्टा
    पटिया
    बछड़ा
    बछिया
    खत्ता
    खतिया
    कच्चा
    कचिया

  8. कुछ पुल्लिंग शब्दों के अन्त में 'आइन' जोड़ देने से स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    लाला
    लालाइन
    चौबे
    चौबाइन
    ठाकुर
    ठाकुराइन
    पण्डा
    पण्डाइन
    पण्डित
    पण्डिताइन
    बाबू
    बबुआइन
  9. कुछ ईकारान्त पुल्लिंग शब्दों के अन्त में 'इनी' लगा देने से स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    वैरागी
    वैरागिणी
    तपस्वी
    तपस्विनी
    स्वामी
    स्वामिनी
    हितैषी
    हितैषिणी
    बैरी
    बैरिणी
    सन्यासी
    सन्यासिनी

  10. कुछ पुल्लिंग शब्दों के अंतिम वर्ण 'आन्' को 'अती' में बदलने से स्त्रीलिंग शब्द बन जाते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    मूल्यवान्
    मूल्यवती
    बुद्धिमान्
    बुद्धिमती
    रूग्णवान्
    रूग्णवती
    धनवान्
    धनवती
    गुणवान्
    गुणवती
    भगवान्
    भगवती
    बलवान्
    बलवती
    शक्तिमान्
    शक्तिमती
    श्रीमान्
    श्रीमती
    दयावान्
    दयावती

  11. कुछ पुल्लिंग शब्द ऐसे हैं, जिनके स्त्रीलिंग शब्द उनसे एकदम भिन्न होते हैं; जैसे -
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पुल्लिंग
    स्त्रीलिंग
    पिता
    माता
    पति
    पत्नी
    पुरुष
    स्त्री
    वर
    वधू
    भाई
    बहिन
    विधुर
    विधवा
    ससुर
    सास
    विद्वान्
    विदुषी
    बैल
    गाय
    कवि
    कवयित्री
    नेता
    नेत्री
    रचयिता
    रचियित्री


No comments:

Post a Comment