- श्यामा पनघट को जा रही है |
- श्यामा ने श्यामा के सिर पर घड़ा रखा है |
- श्यामा के साथ श्यामा की बेटी भी है |
ऊपर के वाक्यों में पहला वाक्य तो ठीक है, किन्तु दूसरा और तीसरा वाक्य बड़ा अटपटा लगता है | इसका कारण यह है कि इन वाक्यों में श्यामा शब्द बार-बार आया है | यदि हम इन तीनों वाक्यों को इस प्रकार लिखें तो ये पढ़ने तथा सुनने में सुन्दर लगते हैं -
- श्यामा पनघट जा रही है |
- वह अपने सिर पर घड़ा रखे है |
- उसके साथ उसकी बेटी भी है |
अब आप देखिये कि नीचे के वाक्यों में कौन से परिवर्तन हुए, जिनके कारण ये वाक्य पढ़ने और सुनने में अच्छे लगते हैं | आप देखेंगे कि इन वाक्यों में श्यामा के स्थान पर वह, अपने, उसके तथा उसकी शब्दों का प्रयोग हुआ है | व्याकरण में इसी प्रकार के शब्दों को सर्वनाम कहा जाता है |
सर्वनाम की परिभाषा : संज्ञा शब्दों के स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें सर्वनाम कहते हैं ; जैसे - ऊपर के दूसरे तथा तीसरे वाक्यों में श्यामा व्यक्तिवाचक संज्ञा के स्थान पर वह, अपने, उसके तथा उसकी शब्द का प्रयोग हुआ है ; अतः ये चारों शब्द सर्वनाम हैं |
सर्वनाम के भेद : सर्वनाम के निम्नलिखित भेद हैं -
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(१) पुरुषवाचक सर्वनाम
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(२) निश्चयवाचक सर्वनाम
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(३) अनिश्चयवाचक सर्वनाम
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(४) सम्बन्धवाचक सर्वनाम
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(५) प्रश्नवाचक सर्वनाम
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(१) पुरुषवाचक सर्वनाम : जो शब्द वक्ता (बोलने वाले), श्रोता (सुनने वाले) तथा अन्य (जिसके विषय में कुछ कहा जाये) के लिए प्रयुक्त होते हैं, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहा जाता है ; जैसे -
(क) मैंने सारा गृहकार्य पूरा कर लिया है |
(ख) कुसुम ने चम्पा से कहा - तुम आज कहाँ गयी थी ?
(ग) मुझे मालूम था कि वह आज नहीं आयेगा |
उपर्युक्त वाक्यों में प्रथम वाक्य में 'मैंने' शब्द वक्ता को, द्वितीय वाक्य में 'तुम' शब्द श्रोता को तथा तृतीय वाक्य में 'वह' शब्द अन्य व्यक्ति को बताता है | पुरुषवाचक सर्वनाम भी तीन प्रकार के होते हैं |
(अ) उत्तम पुरुष
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(ब) मध्यम पुरुष
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(द) अन्य पुरुष
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(अ) उत्तम पुरुष : सर्वनाम शब्दों के जिस रूप से वक्ता का ज्ञान होता है, उसे उत्तम पुरुष कहते हैं ; जैसे - मैं, मेरा, मुझे, मुझको, हमारा, हम, हमारे आदि |
(ब) मध्यम पुरुष : सर्वनाम शब्दों के लिए जिस रूप से श्रोता का ज्ञान होता है, उसे मध्यम पुरुष के सर्वनाम कहा जाता है ; जैसे - तू, तुम, तुम्हारा, आप, आपका आदि |
(स) अन्य पुरुष : सर्वनाम शब्दों के जिस रूप से किसी अन्य व्यक्ति, जिसके विषय में कहा जा रहा हो, का ज्ञान होता है, उसे अन्य पुरुष के सर्वनाम कहा जाता है ; जैसे - वह, उसका, उसके आदि |
(२) निश्चयवाचक सर्वनाम : जिन सर्वनाम शब्दों से किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का ज्ञान होता है, उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहा जाता है ; जैसे - वह, यह, यही, वही इत्यादि |
(३) अनिश्चयवाचक सर्वनाम : जिन सर्वनाम शब्दों से किसी निश्चित व्यक्ति अथवा वस्तु का ज्ञान नहीं होता है, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहा जाता है ; जैसे - किसी, कुछ, कोई, किन्हीं आदि |
(४) सम्बन्धवाचक सर्वनाम : जिन सर्वनाम शब्दों से दो उपवाक्यों का आपस में सम्बन्ध जोड़ा जाये, उन्हें सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहा जाता है ; जैसे - जो, सो, जैसा, तैसा, ऐसा, वैसा इत्यादि |
यहाँ यह बात ध्यान देने योग्य है कि ये दो सर्वनाम शब्द एक साथ प्रयुक्त होते हैं ; जैसे - जैसी करनी, वैसी भरनी | यहाँ पर जैसी और वैसी सम्बन्धवाचक सर्वनाम हैं |
(५) प्रश्नवाचक सर्वनाम : जिन सर्वनाम शब्दों से किसी प्रश्न का ज्ञान होता है, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहा जाता है ; जैसे - क्या, किसको, कौन, कब, कहाँ, कैसे आदि |
इन सभी सर्वनामों के रूप कारक, विभक्ति और वचन के अनुसार बदलते रहते हैं, इनके रूप कैसे बदलते हैं, इसको भली प्रकार से समझाने के लिए हम नीचे प्रत्येक सर्वनाम के रूपों को बता रहे हैं | सर्वनामों में सम्बोधन कारक नहीं पाया जाता है |
पुरुषवाचक सर्वनामों के रूप
'मैं' उत्तम पुरुष
विभक्ति
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कारक
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एकवचन
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बहुवचन
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मैं, मैंने
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हम, हमने
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||
हमें, हमको
|
|||
करण
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मुझसे, मेरे द्वारा
|
हमसे, हमारे द्वारा
|
|
सम्प्रदान
|
हमारे लिए
|
||
हमसे
|
|||
सम्बन्ध
|
हमारा, हमारी, हमारे
|
||
सप्तमी
|
अधिकरण
|
हममें, हम पर
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'तू' मध्यम पुरुष
विभक्ति
|
कारक
|
एकवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
तू, तुम, तूने
|
तुमने
|
|
तुझे, तुझको
|
|||
करण
|
तुमसे
|
||
तेरे लिए
|
|||
तुमसे
|
|||
सम्बन्ध
|
तेरा, तेरी, तेरे
|
तुम्हारा, तुम्हारी, तुम्हारे
|
|
अधिकरण
|
'वह' अन्य पुरुष
विभक्ति
|
कारक
|
एकवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
वह, उसने
|
वे, उन्होंने
| |
उसे, उसको
| |||
करण
|
उनसे, उनके द्वारा
| ||
उसके लिए
| |||
उससे
| |||
सम्बन्ध
|
उसका, उसकी, उसके
|
उनका, उनकी, के
| |
अधिकरण
|
उसमें, उस पर
|
'यह' निश्चयवाचक सर्वनाम
विभक्ति
|
कारक
|
एकवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
यह, इसने
|
ये, इन्होंने
| |
इसे, इसको
| |||
करण
|
इनसे, इनके द्वारा
| ||
इसके लिए
| |||
इनसे
| |||
सम्बन्ध
|
इसका, इसकी, इसके
|
इनका, इनकी, इनके
| |
अधिकरण
|
इसमें, इस पर
|
'कोई' अनिश्चयवाचक सर्वनाम
विभक्ति
|
कारक
|
एकवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
कोई, किसी ने
|
कोई, किन्होंने
| |
किसी को
| |||
करण
|
किन से, किन के द्वारा
| ||
किसके लिए
| |||
किन से
| |||
सम्बन्ध
|
किसी का, किसी की, इसके
|
किनका, किनकी, किनके
| |
अधिकरण
|
किसी में, किसी पर
|
'जो' सम्बन्धवाचक सर्वनाम
विभक्ति
|
कारक
|
एकवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
जो, जिसने
|
जो, जिन्होंने
| |
जिसे, जिसको
| |||
करण
|
जिनसे, जिनके द्वारा
| ||
जिसके लिए
| |||
जिनसे
| |||
सम्बन्ध
|
जिसका, जिसकी, जिसके
|
जिनका, जिनकी, जिनके
| |
अधिकरण
|
जिसमें, जिस पर
|
'कौन' प्रश्नवाचक सर्वनाम
विभक्ति
|
कारक
|
एकवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
कौन, किसने
|
कौन, किन्होंने
| |
किसे, किसको
| |||
करण
|
किनसे, किनके द्वारा
| ||
किसके लिए
| |||
किनसे
| |||
सम्बन्ध
|
किसका, किसकी, किसके
|
किनका, किनकी, किनके
| |
अधिकरण
|
किसमें, किस पर
|
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